भगवान के अवतार हैं PM मोदी? CM अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर क्या बयान कर दिया, प्रधानमंत्री ने कहा- मैं तो अविनाशी हूं...
Delhi CM Arvind Kejriwal Asks PM Modi Bhagwan ke Avatar News Update
Kejriwal on PM Modi: लोकसभा चुनाव के बीच नेता एक-दूसरे पर जमकर कटाक्ष कर रहे हैं। बयानबाजी के इस सिलसिले में तरह-तरह के बयान सुनने को मिलते हैं। वहीं इस कड़ी में अब दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर एक बयान जारी किया है। केजरीवाल के इस बयान में पीएम मोदी को लेकर एक सवाल है। केजरीवाल ने पूछा है कि, क्या पीएम मोदी भगवान के अवतार हैं? केजरीवाल ने इसे लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानि RSS से जवाब देने को कहा है।
दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने लिखा- ''2014 में मोदी जी ने कहा कि वे देश के प्रधान सेवक हैं, फिर 2019 में उन्होंने कहा कि वे चौकीदार हैं, अब 2024 में मोदी जी कह रहे हैं कि वे अपनी मां की कोख से पैदा नहीं हुए बल्कि वे भगवान के अवतार हैं। साथ ही उनकी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि भगवान जगन्नाथ जी भी मोदी जी के भक्त हैं, क्या RSS भी मानता है कि मोदी जी भगवान के अवतार हैं? RSS अपना रुख़ साफ़ करे।''
बता दें कि, पीएम मोदी बार-बार कहते हैं कि उन्हें कई बड़े और विशेष कामों के लिए परमात्मा ने स्वयं भेजा है और जब तक वह उन बड़े कामों को नहीं कर लेते परमात्मा उन्हें अपने पास नहीं बुलाएंगे। परमात्मा स्वयं उनका मार्गदर्शन करते हैं। उन्हें रास्ता दिखाते हैं और उन्हें जज्बा देते हैं। पीएम मोदी ने हाल ही में न्यूज चैनल इंडिया टीवी के मंच पर कहा था- "मुझे लगता है कि परमात्मा ने मुझे 2047 तक विकसित भारत बनाने का लक्ष्य दिया है, मुझे पूरा विश्वास है कि जब तक मैं उस लक्ष्य को 2047 तक हासिल नहीं कर लूंगा, मुझे परमात्मा वापस नहीं बुलाएंगे।''
मैं तो अविनाशी हूं...
पीएम मोदी खुद को अविनाशी भी बता चुके हैं। दरअसल, एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि मैं तो काशी का हूं, मैं तो अविनाशी हूं। विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए पीएम ने कहा था कि, हमारी सरकार की कोई एक्सपायरी डेट नहीं। पीएम मोदी के इस बयान पर उनके आलोचकों ने जमकर निशाना साधा था। उनका कहना था कि, पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद को अविनाशी बता दिया हैं, अविनाशी का मतलब जो मरता नहीं हैं। यानी पीएम मोदी ने ख़ुद को अमर बता दिया है। जबकि अविनाशी शब्द का प्रयोग परमात्मा के लिए होता है. क्योंकि धरती पर हर चीज नश्वर है, सिर्फ ईश्वर ही अविनाशी हैं।